आगरा का इतिहास और उससे जुड़ी कुछ बातें
आगरा का इतिहास आमतौर परर स्वीकार किया जाता है कि महाभारत के समय से ही आगरा एक प्राचीन शहर था और फिर दिल्ली संतलत के मुस्लिम शासक सुल्तान सिकंदर लोदी ने 1504 में आगरा की स्थापना की थी सुल्तान की मृत्यु के बाद शहर अपने बेटे इब्राहिम लोदी के पास गया 1526 मैं पहली लड़ाई पानीपत की थी मुगल बादशाह ने लड़ने तक आगरा में अपनी सल्तनत पर शासन किया शहर का युग मुगलों के साथ शुरू हुआ तब यह आगरा अकबराबाद के रूप में जाना जाता था और बादशाहो अकबर जागीर और सांझा के अधीन मुगल साम्राज्य की राजधानी बना रहा अकबर ने इसे अपने अपने शुभचिंतक के साथ बॉर्डर इन पुरानी दिल्ली इलाहाबाद मालवा और अजमेर उपमहाद्वीप प्रांतों मैं से एक नाम दिया गया सहा जाने बाद में बस 1649 अपनी राजधानी शाहजहानाबाद स्थानरीत कर दिया क्योंकि मुगलों के अकबराबाद भारत अधीन शहरों में से एक था इसीलिए उसने इमारतें अनेक गतिविधियां देखी मुगल संस्थापक बाबर यमुना नदी के किनारे पहला फारसी उडान तैयार किया उस बगीचे को आराम व विश्राम बा कहा जाता था उनके पोते अकबर को आगरा को सीखने और कला वरिष्ठ और धर्म केंद्र बनाने के अलावा महान लाल किले की वि